जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला , 10 श्रद्धालुओं की मौत

जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला , 10 श्रद्धालुओं की मौत

जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में शिवखोड़ी गुफा से दर्शन कर लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया.  इस हमले में 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं, और 32 लोग घायल हो गए.  गृह मंत्रालय ने इस आतंकी हमले की जांच एनआईए को सौंप दी है. एनआईए के एसपी स्तर के अधिकारी और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर जांच कर रहे है. रविवार शाम को करीब 6:10 बजे रियासी जिले के पौनी इलाके में आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों की बस को निशाना बनाया.  बस शिवखोड़ी गुफा तीर्थस्थल से कटरा लौट रही थी.

हमले के बाद बस गहरी खाई में जा गिरी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने बस पर 25 से 30 गोलियां चलाईं और एक आतंकी ने लाल मफलर पहने नकाबपोश होकर अंधाधुंध गोलीबारी की. घायल तीर्थयात्रियों ने बताया कि उन्होंने आतंकियों को बस पर गोलीबारी करते देखा. बस खाई में गिरने के बाद भी आतंकवादी 20 मिनट तक गोलीबारी करते रहे.  एक पीड़ित ने कहा कि ड्राइवर घायल हो गया और बस खाई में जा गिरी.  स्थानीय लोग और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और पीड़ितों की मदद की. गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच सौंपते हुए फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर भेजा है. वहीं इस मामले को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही सब पर हुए आतंकवादी हमले से मैं व्यथित हूं. ये कायरतापूर्ण के खिलाफ अपराध है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए. राष्ट्र पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है.

अमित शाह ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने स्थिति की निगरानी करने और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. सूत्रों के मुताबिक, हमले में शामिल आतंकी राजौरी, पुंछ और रियासी के ऊपरी इलाकों में छिपे हुए हैं. इन्हें पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. रियासी के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने बताया कि मृतकों में तीन महिलाएं शामिल हैं और चार लोगों के शव घटनास्थल के पास स्थित अस्पताल में हैं. सुरक्षा बल सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं ताकि इन आतंकवादियों का पता लगाकर उन्हें मार गिराया जा सके. आतंकी हमले में तीर्थयात्रियों की बस बेकाबू होकर गहरी खाई में गिर गई, जिससे बस में सवार 10 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए.  

इस हादसे में जयपुर के चौमूं के पांच लोग भी शामिल हैं, जो अपने परिवार के साथ वैष्णो माता के दर्शन के लिए गए थे. घटना के बाद पवन नाम के एक शख्स से परिजनों की बात हुई.  पूर्व विधायक रामलाल शर्मा ने इस मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल से फोन पर बात की और परिजनों को ढाढस बंधाया. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रशासन तत्काल सक्रिय हो गया और घायलों को उचित इलाज और सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे है. प्रशासन ने तेजी से राहत और बचाव कार्यों को अंजाम दिया. कश्मीर में इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. सरकार और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए तत्परता दिखाई है और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है.