उदयपुर हत्याकांड में आरोपी की जमानत पर गरमाई सियासत, मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने दिया जवाब
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में एक आरोपी की जमानत के बाद राजस्थान में राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। राजस्थान सरकार के मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि इस मामले की शुरुआती जांच राजस्थान पुलिस ने की थी, और बाद में इसे एनआईए को सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में जुटाए गए सबूत और तथ्य अलग हो सकते हैं, जिससे बाद में किसी आरोपी को लाभ मिल सकता है।
खर्रा ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री, जिनके पास गृह विभाग भी है, और विधि मंत्री के संज्ञान में यह मामला लाया जाएगा। मामले की जांच में जो भिन्नता थी, उसका लाभ आरोपी को कैसे मिला, और कैसे दोनों अनुसंधानों में इस भिन्नता को दूर किया जा सकता है, इसके लिए विधि विशेषज्ञों की राय ली जाएगी।
वहीं, जलभराव की समस्या को लेकर मंत्री किरोड़ी लाल मीणा एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मंत्री झाबर सिंह खर्रा के आवास पर पहुंचे। उन्होंने अपने क्षेत्र की समस्या बताई। झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से रिपोर्ट लेने के बाद एक तकनीकी टीम को हिंडौन सिटी भेजने और समस्या के स्थायी समाधान के लिए कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि गत शासन के दौरान कई करोड़ रुपये खर्च कर नाला बनाया गया था, जिसका लेवल सही तरीके से नहीं निकाला गया और ऊपर से ढक दिया गया, जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। विस्तृत अध्ययन के बाद आगे की कार्य योजना तैयार की जाएगी।