छात्र संघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी - रविंद्र सिंह भाटी

छात्र संघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी - रविंद्र सिंह भाटी

विधायक रविंद्र भाटी ने शून्य काल में छात्रसंघ चुनाव पर सवाल पूछा। रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, "युवा देश का भविष्य है और युवाओं में राजनीतिक क्षमता का विकास छात्रसंघ चुनाव से होता है। छात्र संघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी है। विधानसभा अध्यक्ष सहित प्रदेश के कई नेता इसी सीढ़ी से होकर राजनीति में मुकाम बनाए हुए हैं।"  रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, "छात्रसंघ चुनाव से ही युवा सेवा, दूसरे के अधिकारों के लिए लड़ना सीखता है। छात्रसंघ चुनावी वर्तमान राजनीति का आधार स्तंभ है। राज्य सरकार स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराए।"

भाटी ने सदन में कहा की विगत सरकार ने कुलपति समिति की सिफारिश के आधार पर वर्ष 2023-24 के छात्र संघ चुनावों पर रोक लगा दी थी। समिति द्वारा की गई सिफारिश के अनुसार छात्रसंघ चुनाव नवीन शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन में बाधक है। छात्र संघ चुनावों के संबंध में उक्त तर्क पूर्णतः औचित्यहीन हैं।

भाटी ने राज्य सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि युवा हमारे देश का भविष्य है और युवाओं में राजनीतिक क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता के विकास के लिए नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराया जाना प्रदेश के युवाओं के लिए नितान्त आवश्यक है। छात्रसंघ चुनाव देश की राजनीतिक नीति निर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हैं। छात्रसंघ चुनाव राजनीति की प्रथम सीढ़ी है जो नवीन राजनीतिक पीढ़ी को तैयार करती हैं। आज राष्ट्रीय राजनीतिक नेतृत्व के साथ- साथ राज्य स्तर के अधिकतम नेतृत्वकर्ता छात्रसंघ राजनीति से ही निकले हैं। भाटी ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा की अध्यक्ष महोदय स्वयं इसी छात्रसंघ राजनीति से आते हैं एवं उनका संबंध भी छात्र राजनीति से रहा है और साथ ही साथ सदन में बड़ी संख्या में ऐसे सदस्य उपस्थित हैं जिन्होंने छात्र राजनीति के मंच से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। छात्रसंघ चुनाव में युवा राजनीतिक मूल्यों को सीखता हैं। युवा दूसरों के अधिकारों के लिए लड़ना सीखता हैं। जहां पहली बार जन सेवा की भावना अंगड़ाई लेती हैं। छात्र संघ चुनाव वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य का आधार स्तम्भ हैं, जिस पर आगामी राष्ट्र निर्माण की रूपरेखा तय होगी। एक स्वाभाविक लोकतांत्रिक व्यवस्था में छात्रसंघ चुनाव अपरिहार्य और अनिवार्य है ऐसा भाटी ने सदन में अपना पक्ष रखते समय कहा। 

बजट को लेकर भाटी ने जतायी निराशा। कहा की पश्चिमी राजस्थान के हाथ सिर्फ़ निराशा ही लगी। 

शिव विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए राजस्थान के वार्षिक बजट पर निराशा जताते हुए पश्चिमी राजस्थान को सरकार की उदासीनता का शिकार बताया। भाटी ने बजट पर कहा की जो भी योजनाओं की घोषणा सरकार ने की है उन्हें धरातल पर उतारना बहुत ही मुश्किल है। भाटी ने सरकार पर आरोप लगाया की यह बजट आम आदमी का नहीं बल्कि सरकार का बजट है जिसमें आम लोगों की उपेक्षा हुई है। उन्होंने ने कहा की बजट में जरूरतमंद लोगों के लिए किसी भी प्रकार की स्कीम या योजना का ऐलान नहीं हुआ है। भाटी ने कहा की बजट के द्वारा सरकार अपना विज़न जनता के सामने रखने में विफल रही है, उल्टा कुछ लोगों को शायद यह बात अभी तक हज़म नहीं हो पा रही है की कैसे एक 26 साल के युवा ने कैसे बड़ी–बड़ी पार्टियों को पछाड़ कर विधानसभा में अपने लिए जगह बनाई है। भाटी ने शिव विधानसभा क्षेत्र को बजट में कुछ खास न मिलने को लेकर कहा की पश्चिमी राजस्थान के लोग जब छपनिया अकाल से नहीं हारे तो सरकार की इस उदासीनता से जल्दी निराश होने वाले नहीं है। साथ ही साथ भाटी ने कहा की वह आगे भी अपने क्षेत्र की बात को मज़बूती से सदन में रखते रहेंगे और अपने लोगों का हक़ ला कर रहेंगे। भाटी ने कहा की अगर उन्हें अपने लोगों के हक़ों के लिए अगर सरकार से भिड़ना भी पड़ा तो वह इसमें संकोच नहीं करेंगे।