विजयदशमी केवल रावण के दहन का दिन नहीं, बल्कि एक संकल्प का भी दिन : शेखावत
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि विजयदशमी का दिन केवल रावण के दहन का दिन नहीं है, बल्कि एक संकल्प का भी दिन है। आज के दिन समाज में व्याप्त बुराइयों को समाप्त करने का संकल्प लेना होगा। हर साल हिंदू समाज इसका संकल्प ले।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर विजयादशमी उत्सव और शताब्दी वर्ष प्रवेश पर विराट एकत्रीकरण व शस्त्र पूजन के भव्य आयोजन में शामिल हुए शेखावत ने कहा, स्वयं सेवकों के लिए आज का दिन और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज ही के दिन इस देश को पुनः समृद्ध, गौरवशाली बनाने के दृष्टिकोण से ही जिस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना की गई थी, उसने 100वें वर्ष में प्रवेश किया है।
शेखावत ने कहा, संघ की स्थापना हिंदुओं को एकत्रित कर सर्वसमाज के कल्याण के लिए, विश्व के बंधुत्व की अपेक्षा और आकांक्षा के लिए की गई थी। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवक संगठन के शताब्दी वर्ष में भी इन्हीं मूल सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
इस अवसर पर संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल भी उपस्थित रहे। जोधपुर के चामी पोलो मैदान में इस भव्य समारोह में दस हजार से भी अधिक स्वयंसेवक उपस्थित थे।