कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी, ममता बनर्जी ने बातचीत का आखिरी मौका दिया
कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन 38वें दिन भी जारी है. मामला आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर से जुड़ा है, जिसके बाद से जूनियर डॉक्टर सुरक्षा और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को इन डॉक्टरों को बातचीत का आखिरी मौका दिया है.
बंगाल सरकार ने आज शाम 5 बजे डॉक्टर्स को नबन्ना सचिवालय में मुलाकात के लिए बुलाया है. यह बातचीत का पांचवां प्रयास है, इससे पहले 4 बार मीटिंग तय की जा चुकी है, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया. जूनियर डॉक्टर अपनी 5 प्रमुख मांगों पर अड़े हुए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से सुरक्षा और मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का इस्तीफा शामिल है. दूसरी ओर, सरकार की ओर से कहा गया है कि मीटिंग की वीडियोग्राफी और लाइव स्ट्रीमिंग नहीं होगी, और डॉक्टर्स के डेलिगेशन में 30 की जगह केवल 15 सदस्य ही होंगे. आपको बता दें कि इससे पहले 14 सितंबर को खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रदर्शन स्थल पर गई थीं और डॉक्टरों से बातचीत की पेशकश की थी. लेकिन डॉक्टरों ने मीटिंग की शर्तों को लेकर आपत्ति जताई. जूनियर डॉक्टर मीटिंग की लाइव स्ट्रीमिंग की मांग कर रहे हैं, जिसे सरकार ने ठुकरा दिया है.
11 सितंबर से लेकर अब तक कई बार बैठकें तय की जा चुकी हैं, लेकिन हर बार किसी न किसी शर्त पर दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बन पाई है. हाल ही में 12 सितंबर को जब 32 डॉक्टर सचिवालय पहुंचे, तो सरकार ने केवल 15 डॉक्टरों को बुलाया था, और लाइव टेलीकास्ट न करने का फैसला सुनाया, जिससे डॉक्टर नाराज हो गए और बैठक छोड़कर चले गए. 14 सितंबर को एक और मीटिंग तय की गई थी, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद डॉक्टरों का इंतजार करती रहीं, लेकिन डॉक्टरों ने बैठक में शामिल होने से मना कर दिया। ममता बनर्जी ने कहा कि चर्चा की रिकॉर्डिंग की जाएगी, लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग नहीं की जा सकती, क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. अब देखना होगा कि आज की बैठक से कोई समाधान निकलता है या नहीं, क्योंकि ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि यह बातचीत का आखिरी मौका है। अगर डॉक्टर इसमें शामिल नहीं होते, तो आगे की स्थिति और गंभीर हो सकती है.