कृषि और पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाएँ - देवनानी

29 नवंबर को जयपुर स्थित जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन हुआ, जिसने राजस्थान के विकास की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई। सेमिनार का विषय था "350 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर विकसित राजस्थान"। इस विशेष आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी शामिल हुए।
आर्थिक विकास पर ज़ोर
अपने संबोधन में वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था के विकास में कृषि, पर्यटन और स्थानीय उद्योग मुख्य आधार हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे स्थानीय संसाधनों और संस्कृति के आधार पर राज्य की अर्थव्यवस्था को नए रूप में ढालने में अपनी भूमिका निभाएँ।
युवाओं से किया विशेष आह्वान
देवनानी ने कहा कि राजस्थान को एक विकसित राज्य बनाने के लिए युवाओं को नई सोच और ऊर्जा के साथ जुड़कर काम करना होगा। सेमिनार की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई और इसके बाद संस्थान में उनके नाम से एक पौधा लगाया गया, जिसे ग्रीन सर्टिफिकेट भी भेंट किया गया। यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है।
राजस्थान की विशेषताएँ और संभावनाएँ
उन्होंने अपने संबोधन में राजस्थान की भौगोलिक, प्राकृतिक और ऐतिहासिक विशेषताओं का उल्लेख किया और कहा कि राज्य में अपर संभावनाएँ हैं। उन्होंने बीकानेर के बाजरे के बिस्किट, कैर-सांगरी, मथानिया की मिर्च और डोरिया साड़ी जैसे स्थानीय उत्पादों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इन उत्पादों ने राजस्थान को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है।
विशेषज्ञों की अहम भागीदारी
इस सेमिनार में डॉ. प्रभात पंकज, डॉ. एस.पी. शर्मा और आर.के. गुप्ता जैसे प्रख्यात विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने राजस्थान की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
अंत में...
राजस्थान को एक विकसित राज्य बनाने की दिशा में यह सेमिनार एक सार्थक पहल साबित हुआ। युवा प्रबंधन विशेषज्ञों को प्रेरित कर इस कार्यक्रम ने राज्य के विकास के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं।