Pakistani डिफेंस मिनिस्टर का X हैंडल बैन

पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है। बुधवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई है। यह हमला भारत की आंतरिक सुरक्षा को सीधी चुनौती माना जा रहा है, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी।
पाक मंत्री का X अकाउंट प्रतिबंधित, आतंकी फंडिंग की स्वीकारोक्ति
भारत सरकार ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर मौजूद हैंडल को मंगलवार को ब्लॉक कर दिया। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है वह वीडियो, जिसमें ख्वाजा आसिफ यह स्वीकार करते दिखे कि पाकिस्तान वर्षों से आतंकी संगठनों की आर्थिक मदद करता आ रहा है। यह बयान पहलगाम हमले के बाद वायरल हुआ था। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार ने सोमवार को 17 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी बैन लगा दिया था, जो भड़काऊ और भारत विरोधी सामग्री फैला रहे थे।
हमले का मास्टरमाइंड: पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने बुधवार को एक बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा है, जो पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप का पूर्व कमांडर रहा है। वर्तमान में वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए कार्यरत है। एजेंसियों ने बताया कि लश्कर ने ही उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था, ताकि वह सुरक्षा बलों और बाहरी नागरिकों को निशाना बना सके।
हाशिम मूसा इससे पहले अक्टूबर 2024 में गगनगीर (जिला गांदरबल) में हुए आतंकी हमले में भी शामिल था, जिसमें कई मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हुई थी।
NIA की जांच तेज, लोकल नेटवर्क की तलाश
इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने घटनास्थल पर सीन री-क्रिएशन का सिलसिला शुरू कर दिया है। एजेंसी का फोकस अब उन स्थानीय नागरिकों की पहचान पर है, जिन्होंने आतंकियों को रसद, पनाह या मार्गदर्शन मुहैया कराया। एजेंसी का मानना है कि यह हमला एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था।
हमले की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में एक भीषण आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए और 17 से अधिक घायल हुए थे। यह हमला पर्यटक सीजन की शुरुआत में हुआ, जिससे देशभर में गुस्सा और आक्रोश फैल गया।