जयपुर के विश्वविद्यालय में छात्र क्यों बैठे बनियान में ?
जयपुर के विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं, आज भी छात्र नेताओं ने प्रदर्शन किया और इस बार अर्धनग्न होकर सरकार से अपनी मांगें मनवाने की कोशिश की. आज का प्रदर्शन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा क्योंकि छात्र नेताओं ने अर्धनग्न होकर सरकार से छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग की. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार द्वारा चुनावों को निलंबित करने का निर्णय छात्र अधिकारों का हनन है और इसे तुरंत बहाल किया जाना चाहिए. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री से अपील की है कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द छात्र संघ चुनाव बहाल करें.
उनका कहना है कि छात्र संघ चुनाव न केवल छात्रों की समस्याओं को उजागर करने का एक मंच है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है. छात्र नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे. उन्होंने सरकार को स्पष्ट संदेश दिया है कि छात्रों के अधिकारों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए और यदि चुनाव बहाल नहीं हुए, तो वे और अधिक उग्र कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे. विश्वविद्यालय परिसर में पिछले कई दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं और छात्रों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है.
छात्र नेताओं का कहना है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं. उन्होंने सरकार को याद दिलाया कि छात्र संघ चुनाव छात्रों की आवाज को बुलंद करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है और इसे बहाल करना आवश्यक है. इस आंदोलन को छात्रों के साथ-साथ कई शिक्षकों और समाज के विभिन्न वर्गों का भी समर्थन मिल रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. सरकार की ओर से अभी तक इस प्रदर्शन पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन छात्र नेताओं की चेतावनी और लगातार बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है. अब देखना यह है कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है.