जम्मू-कश्मीर में 60 घंटे में 3 आतंकी हमले,9 श्रद्धालुओं की मौत, 1 जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर में पिछले 60 घंटों में एक के बाद एक तीन आतंकी घटनाओं ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है. इन हमलों में 9 श्रद्धालुओं की जान चली गई है, 1 जवान शहीद हुआ और एक आतंकी मारा गया है. तीनों घटनाओं में 5 जवानों समेत कुल 48 लोग घायल हुए हैं. 12 जून, रात 1-2 बजे, डोडा, जम्मू के डोडा जिले के भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर स्थित 4 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की संयुक्त चेकपोस्ट पर आतंकियों ने फायरिंग की. इस हमले में 5 जवान और एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर घायल हो गए. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स (जेईएम/जैश) ने ली है.
वहीं दूसरा हमला 12 जून, देर शाम 8 बजे, जम्मू के कठुआ जिले के हीरानगर के सैदा सुखल गांव में हुआ. दो आतंकियों ने घरों का दरवाजा खटखटाकर पानी मांगा. ग्रामीणों को शक होने पर उन्होंने दरवाजे बंद कर शोर मचाया. आतंकियों ने फायरिंग कर दी जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. जब DIG और SSP मौके पर पहुंचे तो एक आतंकी ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग की और ग्रेनेड फेंका, जिसमें वह मारा गया. दूसरा आतंकी अभी भी गांव में छिपा हुआ है और उसकी तलाश जारी है.
तीसरा हमला 9 जून, शाम 6:15 बजे, हुआ.. जम्मू के रियासी जिले के कंदा इलाके में शिव खोड़ी से कटरा जा रही एक बस पर आतंकियों ने 25-30 राउंड फायरिंग की. इसमें ड्राइवर को गोली लग गई और बस खाई में गिर गई. इस हादसे में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 41 लोग घायल हो गए.. पुलिस ने संदिग्ध आतंकी का स्कैच जारी किया है और 20 लाख रुपए का इनाम रखा है. इस मामले में 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और सर्च ऑपरेशन जारी है.
उधमपुर से सांसद जितेंद्र सिंह ने X (ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा कि वह हीरानगर सेक्टर के सैदा गांव में हुए हमले के मद्देनजर कठुआ के डिप्टी कमिश्नर राकेश मिन्हास और SSP कठुआ अनायत अली चौधरी के संपर्क में हैं. हमले के प्रभावित घर के मालिक से भी संपर्क में हैं. संयुक्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों का अभियान जारी है. ये घटनाएं जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं. प्रशासन और सुरक्षाबल पूरी मुस्तैदी से कार्यवाही कर रहे हैं.