'गोल्डन ऑवर' योजना से सड़क हादसों में आएगी कमी

'गोल्डन ऑवर' योजना से सड़क हादसों में आएगी कमी

देश में सड़क हादसों में होने वाली मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ दिनों में गिरावट आई है. लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत इसलिए हो जाती है क्योंकि उन्हें समय पर उपचार नहीं मिल पाता. सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस समस्या का समाधान करते हुए एक नई योजना का आयोजन किया है. जिसे 'गोल्डन ऑवर' कहा जाता है. इस योजना के तहत, सड़क हादसे के बाद के पहले एक घंटे के अंदर घायलों को डेढ़ लाख रुपये तक या 7 दिन तक अस्पताल में निःशुल्क उपचार मिलेगा. इस योजना का हिस्सा बनेगा संशोधित मोटर वाहन अधिनियम 2019 और इसे देशभर में लागू किया जाएगा. 

योजना के लिए जनरल इंश्योरेंस कंपनियां थर्ड पार्टी प्रीमियम का 0.5 प्रतिशत राशि जमा करेंगी. जिससे करीब 100 करोड़ रुपये का फंड बनाया जा सकेगा. सरकार का मकसद है कि 'गोल्डन ऑवर' योजना के शुरू होने से सड़क हादसों में होने वाली मौत के आंकड़ों को 50% तक कम किया जाए. साथ ही, हाइवे परिवहन में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गाड़ियों में सुरक्षा फीचर्स को बढ़ाने के लिए कई जरूरी कदम उठाए गए हैं. इसके तहत गाड़ियों में वाहन निर्माता कंपनियों के लिए एबीएस ब्रेक लगाना जरूरी किया गया है. जो कि लागू होगा भारत एनसीएपी क्रैश सेफ्टी रेटिंग टेस्ट के साथ इस योजना को सरकार की मंजूरी के बाद आयुष्मान भारत अस्पतालों के जरिए शुरू किया जा सकता है. इससे सड़क हादसों में होने वाली मौतों में काफी कमी आ सकती है और लोगों को उपचार की सही समय पर उपलब्धता मिलेगी.