काला जठेड़ी ने की लेडी डॉन के साथ शादी
काला जठेड़ी को हर कोई जानता है..बड़े-बड़े गैंगस्टरर्स में काला जठेड़ी का नाम आता है. इस बार काला जठेड़ी किसी क्राइम को लेकर नहीं बल्कि अपनी शादी को लेकर चर्चा में बना हुआ है. कुख्यात गैंगस्टर संदीप, जिन्हें काला जठेड़ी के नाम से भी जाना जाता है और उनकी साथी लेडी डॉन अनुराधा चौधरी के साथ हो गई है. मंगलवार को दोनों शादी के बंधन में बंध गए. आपक बता दे कि इस शादी के लिए दिल्ली की अदालत ने गैंगस्टर को 6 घंटे की कस्टडी पैरोल दी थी, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया. 12 मार्च को दिल्ली के संतोष गार्डन में संपन्न हुई . इस शादी की रस्में अदालत से मिले वक्त के मुताबिक की गईं. जबकि इस शादी की मियाद शुरू होने से पहले ही पुलिस ने उन्हें कैदी वैन में सुरक्षित किया. काला जठेड़ी को शादी के दिन उसी कैदी वैन में बैठाया गया, जहां वह नीली कमीज और जींस में बांधे हाथकड़ियों के साथ दिखाई दिए. उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस की विशेष टीम के साथ छह गाड़ियां तैनात थीं, जिनमें लगभग 30 पुलिसकर्मी शामिल थे. इस सामाजिक घटना के बारे में प्रशासनिक और कानूनी दायित्वों के परिप्रेक्ष्य में जानकारी हासिल करने के लिए जारी आदेशों के अनुसार, गैंगस्टर की पारीक्षिक प्रक्रिया जारी है.
काला के लिए उसकी शादी का हर एक पल बड़ा खास था. उसके पास इस खास पल के सिर्फ 360 मिनट थे. यानी की मात्र 6 घंटे. सुबह 10 बजने से 60 मिनट पहले 9 बजे ही मंडोली जेल के गेट पर दिल्ली पुलिस की कैदी वैन तैनात कर दी गई थी. सुबह के ठीक 9 बजे काला जठेड़ी यानी दूल्हा कैदी वैन में बैठता है. काला के दोनों हाथों में हथकड़ियां थीं. इस वैन के आगे पीछे दिल्ली पुलिस की स्वाट टीम की एक गाड़ी के साथ पुलिस की कुल छह गाड़ियां पहले से ही तैनात थी. इन छह गाड़ियों में लगभग 30 पुलिस वाले सवार थे. ऑटोमेटिक वैपन के साथ दूल्हे का काफिला पुलिस की बारात के साथ जेल से निकलता है. तिहाड़ की मंडोली जेल से द्वारका सेक्टर तीन के संतोष गार्डन तक इस काफिले को पहुंचने में करीब घंटा भर लगना था. यानी दस बजे तक ही दूल्हा जठेड़ी शादी के मंडप तक पहुंच पाता. इसीलिए उसे पैरोल की मोहलत से एक घंटा पहले बाहर निकाला गया था. ताकि अदालत ने शादी के लिए जो 6 घंटे दिए हैं, वो पूरे छह घंटे उसके हिस्से में आएं. अब बारी थी दुल्हन की दूल्हे की बारात से दुल्हन का काफिला बिल्कुल अलग था. अब दुल्हन अनुराधा यानी काला जठेड़ी की रिवॉल्वर रानी जमानत पर बाहर है, लिहाजा वो पुलिस की गिरफ्त में नहीं बल्कि आजाद है.
वो खुद ही अपनी काले रंग की स्कॉर्पियो को ड्राइव करते हुए जठेड़ी गांव से निकली शादी के मंडप यानी संतोष गार्डन पहुंची. अनुराधा की गाड़ी के साथ डॉन और लेडी डॉन के बाकी रिश्तेदार 8 अलग-अलग गाड़ियों में घर से निकले थे. अनुराधा लाल रंग के सूट में शादी के मंडप में पहुंची. हाथों में मेहंदी सजी थी. मेहंदी से ही उसने अपनी दोनों हथेलियों पर खुद की और जठेड़ी की तस्वीर बनवाई थी. साथ ही दोनों का नाम लिखवाया था. अनुराधा चौधरी और संदीप इसके साथ ही बिना पहचान पत्र के किसी भी मेहमान को एंट्री नहीं दी जा रही थी. यहां तक कि बच्चों की भी तलाशी ली जा रही थी. मेहमानों के जूते तक उतरवाए जा रहे थे. फूलों के गुलदस्तों की पत्तियों तक को टटोला जा रहा था. पुलिस को भी पता था कि शादी में मीडिया का जमावड़ा होगा. इसके चलते बैंक्वेट हॉल के पिछले रास्ते से गाड़ी में ही जठेड़ी को अंदर पहुंचा दिया गया. दूल्हे की एक झलक को कैमरे में कैद करने के लिए मौजूदा तमाम कैमरामैन के कैमरे खाली ही रह गए. शादी में मीडिया को दावत दी नहीं गई थी, इसलिए मंडप तक जाने की भी इजाजत नहीं थी. अब अंदर जो भी हो रहा था, वो दूल्हा दुल्हन के रिश्तेदार या फिर खुद पुलिसवाले अपने कैमरों में रिकॉर्ड कर रहे थे. हालांकि शादी की रिकॉर्डिंग के लिए अनुराधा ने एक प्रोफेशनल कैमरामैन को पहले से ही बुला रखा था. शादी के मंडप में पहुंचने के बाद काला जठेड़ी की हथकड़ी खोल दी गई. इसके बाद उसे तैयार होने की भी इजाजत दी गई. काला जठेड़ी ने जेल के कपड़े बदले. क्रीम कलर का कुर्ता, नीली जैकेट और सेहरा पहन कर को वो दूल्हा बना. जबकि अनुराधा लाल गुलाबी रंग की साड़ी में सजी थी. बैंक्वेट हॉल के अंदर पूरे मंडप में तमाम पुलिस वाले हर पल दूल्हा दुल्हन के बिल्कुल करीब थे. पंडित जी शादी के मंडप में पहुंचते हैं.... मंडप पहले से ही तैयार था. अब पंडित पवन अग्निहोत्री अपना शुरू करते हैं. अब दूल्हा दुल्हन की मौजूदगी में मंत्रोच्चारण के बीच शादी की रस्में शुरू होती हैं. अगले दो घंटे तक शादी की रस्में जारी रहती हैं. इस दौरान जयमाला के साथ-साथ दोनों सात फेरे लेकर एक दूसरे के हो जाते हैं ठीक एक बजे शादी संपन्न होती है.
इसके बाद मेहमानों के बधाई देने का सिलसिला शुरू हो जाता है. जैसे ही शाम के चार बजते हैं उससे कुछ मिनट पहले ही तीन घंटे पुराने दूल्हा दुल्हन फिर से जुदा हो जाते हैं. इस शादी में दुल्हन की विदाई नहीं होती. बल्कि कायदे से दूल्हे की विदाई होती है. दुल्हा और दुल्हन दोनों अलग-अलग विदा होते हैं दुल्हन अकेली ही ससुराल जाती है और दूल्हा जेल चला जाता है. कड़े पहरे में शादी की सारी रस्में पूरी होने के बाद दूल्हा काला जठेड़ी पुलिस की सुरक्षा में ठीक 4 बजे वापस जेल के लिए रवाना हो गया. वहीं शादी के बाद जठेड़ी की दुल्हन अनुराधा चौधरी कुछ देर तक मैरिज हॉल में ही रुकी और बाकी जिम्मेदारियों को पूरा करती रही. इस दौरान लड़का-लड़की दोनों के घर वाले भी मौके पर मौजूद थे. और इसके बाद यानी की शादी संपन्न होने के बाद दिल्ली पुलिस के साथ तमाम एजेंसियों ने राहत की सांस ली.