'संविधान हत्या दिवस' घोषित करने पर रोकड़े का विरोध

'संविधान हत्या दिवस' घोषित करने पर रोकड़े का विरोध

जयपुर सम्यक अभियान प्रमुख भास्कर राव रोकड़े ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर 'संविधान हत्या दिवस' घोषणा का निर्णय बदलने की मांग की है. जयपुर में सम्यक अभियान के प्रमुख भास्कर राव रोकड़े ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखते हुए 25 जून को 'संविधान हत्या दिवस' घोषित करने के फैसले को बदलने की अपील की है। रोकड़े ने प्रेसक्लब में मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घोषणा से एक बड़ी भूल हुई है, जिसे जल्द से जल्द सुधारने की आवश्यकता है, अन्यथा इससे भारत की वैश्विक छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की हत्या के संदर्भ में "हत्या दिवस" मनाया जा सकता है, लेकिन संविधान एक कालजयी दस्तावेज़ है, जो जीवन और मृत्यु से परे है और देश की सार्वभौमिक पहचान का हिस्सा है। संविधान की हत्या की बात सुनकर देशवासियों में कई प्रकार के सवाल उठने लगे हैं। रोकड़े ने कहा कि विशेषकर एससी-एसटी वर्ग का मानना है कि इस प्रकार की घोषणा से एक नया संविधान लाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रधानमंत्री इस निर्णय को नहीं बदलते हैं, तो वे इस मामले को अदालत में लेकर जाएंगे और निर्णय पर रोक लगाने की मांग करेंगे।