केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने लूणी क्षेत्र में कीं सभाएं  

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने लूणी क्षेत्र में कीं सभाएं  

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व भाजपा प्रत्‍याशी गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को लूणी विधानसभा क्षेत्र में जनसभाएं और सामाजिक कार्यक्रमों में भागीदारी की. उन्‍होंने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर जमकर हमला बोला. शेखावत ने कहा कि यूपीए शासनकाल में बार-बार हुए आतंकी हमलों के बाद भी यूपीए सरकार ने पाकिस्‍तान को मुंहतोड़ जवाब देने की हिम्‍मत नहीं की, क्‍योंकि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को देश की जनता, देश की क्षमता और देश की फौज पर भरोसा नहीं था. शेखावत ने कहा, मोदी जी के शासनकाल में सेना ने पाकिस्तान में सर्जिकल और एयर स्‍ट्राइक कर आतंकियों का सफाया किया। दूसरी ओर, मनमोहन सिंह हर आतंकी घटना के बाद केवल यही कहते थे कि अब ऐसी घटना हुई तो मुंहतोड़ जवाब देंगे, लेकिन वो कभी भी पाकिस्‍तान को मुंहतोड़ जवाब देने की हिम्‍मत नहीं कर पाए.

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि यही वजह थी कि 2004-14 तक यूपीए शासनकाल में आतंकी घटनाएं आम थीं। आतंकियों ने कभी रघुनाथ मंदिर, कभी अक्षरधाम मंदिर और कभी जयपुर के हनुमान मंदिर तो कभी देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को निशाना बनाया। उन्‍होंने कहा कि अगर मोदी जी की तरह मनमोहन सिंह भी हिम्‍मत दिखाते तो हमारे देश को 10 साल तक लगातार आतंकी हमलों का दंश नहीं झेलना पड़ता. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की गारंटी है कि भारत के लोगों के हक का एक बूंद पानी भी पाकिस्‍तान नहीं जाएगा। इसलिए हमने रावी नदी का पानी पाकिस्‍तान जाने से रोक दिया है। सावरकाटी में 30 साल से बांध के निर्माण का कार्य अधूरा था, जिसका हमने महज 6 साल में काम पूरा कराकर रावी नदी का पानी पाकिस्‍तान जाने पर रोक लगा दी है. केंद्रीय मंत्री ने पानी के बंटवारे को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया। उन्‍होंने कहा कि देश के बंटवारे में भारत की तरफ 82 प्रतिशत और पाकिस्‍तान की तरफ 18 प्रतिशत जमीन मिली.

 जब भारत के सामने किसी तरह की बाध्‍यता नहीं थी, उसके बाद भी वर्ल्‍ड बैंक की मध्‍यस्‍ता के बाद रावी, व्‍यास, सतलज, झेलम, चिनाब और सिंधु के पानी का गलत बंटवारा किया गया। भारत को 82 प्रतिशत और पाकिस्‍तान को 18 प्रतिशत पानी मिलना चाहिए, लेकिन हुआ उल्‍टा, पाकिस्‍तान को 82 और भारत के लिए महज 18 प्रतिशत पानी हो छोड़ा गया, जो भारत की जनता के साथ बहुत बड़ा अन्‍याय था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना इसी मार्च में पूरी हो चुकी थी, लेकिन उनके अनुरोध के बाद प्रधानमंत्री जी ने इसे आगे दो साल के लिए और बढ़ा दिया है। शुरुआत में इस योजना के लिए 8 लाख करोड़ रुपए की धनराशि आवंटित की थी, जिसके तहत देश के 12 राज्‍यों में हर घर नल से जल देने का 100 प्रतिशत कवरेज हो चुका है, जबकि राजस्‍थान और पश्चिम बंगाल को छोड़कर अन्‍य राज्‍यों में 90 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। उन्‍होंने कहा कि बचे हुए काम के लिए 90 हजार करोड़ की धनराशि आवंटित की गई है, जिसके तहत राजस्‍थान के लिए 13 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि मोदी की गारंटी है कि चाहे कितनी भी मेहनत क्‍यों न करनी पड़े? हर हाल में हर घर को नल से जल मिलना सुनिश्चित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने जोजरी नदी के पानी को भी पूर्ण तरीके से स्‍वच्‍छ बनाने का आश्‍वासन दिया। राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष जसवंत सिंह विश्नोई भी साथ रहे।