मोबाइल के उपयोग के बीच अनजान और अनचाहे खतरों का भी शिकार हो रहे बच्चे
- आधुनिकता के दौर में आज का समय डिजिटल दुनिया का है. मोबाइल के रूप में दुनिया हमारी मुट्ठी में हो गई है, लेकिन जब भी कुछ अच्छा होता है तो उसके साथ इसके नकारात्मक परिणाम भी सामने आते हैं. डिजिटल क्रांति के इस दौर में बच्चों को जिस तरह से अश्लीलता परोसी जा रही है, उससे हमारे बच्चे अछूते नहीं रहे हैं. बच्चों को सही गलत कंटेंट देखने की जानकारी बहुत जरूरी है. इस दिशा में मान द वैल्यू फाउंडेशन ने "हिफ़ाज़त" गुड टच, बैड टच के साथ वर्चुअल टच जागरूकता के लिए 15 दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें बच्चों को सुरक्षित माहौल देने के लिए उन्हें बेसिक अच्छे बुरे कंटेंट की जानकारी दी गई. फाउंडेशन की ओर से 15 दिन की कार्यशाला महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल, जगतपुरा में आयोजित की गई, जिसका समापन मंगलवार 8 अक्टूबर को हुआ. मान द वैल्यू फाउंडेशन की संस्थापिका डॉ मनीषा सिंह ने बताया कि "हिफ़ाज़त" गुड टच, बैड टच के साथ वर्चुअल टच जागरूकता कार्यशाला के समापन पर हडको के क्षेत्रीय प्रमुख सुधीर भटनागर, नगर निगम सफाई समिति के चेयरमैन रामस्वरूप मीणा , एसएसबीसी के फाउंडर मदन यादव सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे. डॉ. मनीषा सिंह ने बताया कि आज घर - बाहर बच्चों के हाथ में फोन है. बच्चे कितना समय मोबाइल की स्क्रीन पर बिता रहे हैं इसको लेकर न पेरेंट्स जागरूक है न स्वयं बच्चे. बच्चे फोन में किस तरह का कंटेंट देख रहे हैं इस पर भी किसी तरह का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. बच्चों को सही गलत कंटेंट देखने की जानकारी बहुत जरूरी है. इस दिशा में मान द वैल्यू फाउंडेशन ने "हिफ़ाज़त" गुड टच, बैड टच के साथ वर्चुअल टच जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया है, जिसमें बच्चों को सुरक्षित माहौल देने के लिए उन्हें बेसिक अच्छे बुरे कंटेंट की जानकारी दी जा रही है.
- फाउंडेशन की ओर से 15 दिन की कार्यशाला महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल, जगतपुरा में आयोजित की गई. जिसमे फाउंडेशन की टीम से सिद्धि रांका, देवयानी शर्मा , कुसुम ने मौजूदा दौर में बच्चों को वर्चुअल टच के प्रति जागरूक किया. मनीषा ने बताया कि डिजिटल क्रांति ने देश और दुनियाँ को नई राह दी है. डिजिटल युग मे हर एक जानकारी मोबाइल के एक कीपैड पर सिमट कर रह गई, लेकिन इस डिजिटल क्रांति के साथ कुछ अनजान और अनचाहे खतरे भी लेकर आई है. खास तौर पर स्कूली बच्चों के लिए, एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार गुड टच, बैड टच के साथ अब बच्चे वर्चुअल टच के शिकार हो रहे है. इस संबंध में पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट ने भी चिंता जाहिर की और अभिभावकों , स्कूल और कॉलेज को कहा है किवे बच्चों को वर्चुअल टच की जानकारी दे, वही छोटा सा प्रयास फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है. मनीषा ने बताया कि आधुनिकता के दौर में आज का समय डिजिटल दुनिया का है, आज दुनिया हमारी मुट्ठी में हो गई है, लेकिन जब भी कुछ अच्छा होता है तो उसके साथ इसके नकारात्मक परिणाम भी सामने आते हैं. मान फाउंडेशन जो कि बच्चों की शिक्षा के साथ साथ उनके जीवन स्तर में सुधार हो इसको लेकर भी लगातार प्रयासरत है, इसी क्रम में फाउंडेशन की टीम सिद्धि रांका, देवयानी शर्मा, कुसुम और विन्रम ने 15 दिन की कार्यशाला के जरिये मौजूदा दौर में बच्चों को लेकर बड़ी चुनौती बन चुकी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को लेकर जागरूक किया, जिसमें बच्चों को गुड टच, बैड टच के साथ-साथ मौजूदा समय मे बड़ी चुनौती का रूप ले चुके वर्चुअल टच की जानकारी दी गई. कार्यक्रम में स्वच्छता को लेकर भी पेंटिंग व निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमे स्कूली बच्चोंद्वारा खूबसूरत पेंटिंग के जरिये स्वच्छता का संदेश दिया गया. हड़को ने बच्चों को पुरस्कार वितरण किए।
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कार्यक्रम के समापन पर पौधारोपण भी किया गया. कार्यक्रम का संचालन विनम्र ने किया तथा ज्योति गुप्ता, आर्यन, आदित्य , वंशिका, यशिका , जगतपुरा पार्षद मौजूद हुआ।