नहरों में पानी छोड़ने की गई घोषणा
कोटा में किसानों के लंबे संघर्ष और व्यापक एकता के बल पर सीएडी प्रशासन ने खरीफ की फसलों के लिए 10 जुलाई से नहरों में पानी छोड़ने की घोषणा की गई है किसान नहरी पानी की मांग को लेकर पिछले 20 दिनों से किसान दलीय और जातीय भावना से ऊपर उठकर लगातार आंदोलनरत थे। जिससे प्रभावित होकर प्रशासन ने किसानों के हित में निर्णय किया किसानों की मांग को देखते हुए राजनेतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने भी प्रशासन पर दबाव बनाया आज भी किसानों ने सीएडी कार्यालय पर एकत्रित होकर आगामी आंदोलन की चेतावनी दे रखी थी जिसको देखते हुए प्रशासन के अतरिक्त संभागीय आयुक्त बृजमोहन बैरवा ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की। युवा किसान नेता गिर्राज गौतम के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता की जिसमे घोषणा की गई की 10 जुलाई को सुबह नहरों में पानी प्रवाहित कर दिया जाएगा। इस पर किसानों ने सीएडी प्रशासन के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया युवा किसान नेता गिर्राज गौतम ने कहा की ये किसानों के संघर्ष की जीत हे पिछले वर्ष भी किसानों के संघर्ष के बल पर नहरों में पानी छूटा था इस वर्ष भी किसानों ने संघर्ष किया नहरों में पानी छोड़ने से किसानों की हजारों करोड़ों की होने वाली आर्थिक हानि से भी बचाव होगा।