मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर गांधी जी के मूल्यों, सिद्धांतों एवं संघर्ष को प्रदर्शित करने वाले गांधी दर्शन म्यूजियम (गांधी वाटिका) का संचालन 2 अक्टूबर से किया जाएगा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शनिवार को सेंट्रल पार्क स्थित गांधी वाटिका का दौरा कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने म्यूजियम में साफ-सफाई और दीवारों पर अंकित भिति चित्रों का अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिलावर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का गांधी जी और उनके सिद्धांतों से दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है। इस पार्टी ने केवल गांधी नाम का इस्तेमाल अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए किया है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के बताए सत्य, अहिंसा और सच्चाई के रास्ते पर चलने की बजाए कांग्रेस के लोग केवल उनके नाम का ढिंढोरा पीट रहे हैं और वर्तमान में कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे लोग गांधी उपनाम का इस्तेमाल कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। श्री दिलावर ने कहा कि कांग्रेस के एक बड़े परिवार ने गांधी सरनेम जोड़कर राजनीतिक लाभ लिया, जो कि महात्मा गांधी जी के सिद्धांतों का सबसे बड़ा हत्यारा है। सबसे रईस जीवन जीने वाले कांग्रेस के इस परिवार ने नागरिक अधिकारों के हनन की सबसे बड़ी त्रासदी के रूप में आपातकाल इस देश को दिया। इन्होंने गांधी जी के अहिंसा, प्रेस की स्वतंत्रता, गौ रक्षा, राम राज का मख़ौल बनाकर रख दिया था।
दिलावर ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में गांधी वाटिका के निर्माण में भी भ्रष्टाचार हुआ और घटिया दर्जे का कोटा स्टोन लगाया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधीवादी होने का और गांधी परिवार के निष्ठावान होने का सिर्फ राजनीतिक इस्तेमाल करते हैं। राजस्थान की कांग्रेस स्वयं गांधी परिवार की कितनी इज्जत करती है इसका उदाहरण गत कार्यकाल में जगजाहिर हो चुका है। दिलावर ने कहा कि गांधी परिवार ने राजस्थान में जब अशोक गहलोत को हटाना चाहा, तब स्वयं पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने ही निर्णय मानने से इंकार करते हुए गांधी परिवार को अपनी असलियत दिखा दी थी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश में भारतीय जनता पार्टी की सभी सरकारें महात्मा गांधी के पांच सिद्धांतों शिक्षा का भारतीयकरण, स्वदेशी को बढ़ावा, ग्राम स्वराज्य की दिशा में कदम, कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन और अंत्योदय पर गम्भीरता से काम कर रही है, लेकिन यह अचरज की बात है कि तथाकथित गांधीवादी पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने सेंट्रल पार्क में बनाई गयी गांधी वाटिका में गांधीजी के इन सिद्धांतों में से एक को भी नहीं दर्शाया है। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए व्यय कर सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह इत्यादि की सामग्री छिपाकर, बलख मियां जैसी काल्पनिक स्टोरी तथा कांग्रेस के विदेशी संस्थापक ए. ओ. ह्यूम को प्राथमिकता दी गई है। साथ ही, राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले वीर सावरकर जी और पंडित मदनमोहन मालवीय जी का नकारात्मक चित्रण किया गया है। यह सब नितांत ही दलगत व मिथ्या तथ्यों के प्रसार का प्रकल्प मात्र बनकर रह गया है।
रामराज्य और राजस्थान की गौरवशाली परंपरा को दिया जाएगा स्थान
दिलावर ने कहा कि गांधी जी के मुताबिक सच्चे लोकतंत्र की अवधारणा रामराज्य में ही निहित है। मगर कांग्रेस सरकार ने रामराज्य की अवधारणा से संबंधित किसी भी प्रकार के विचारों और उनसे संबंधित चित्रों को गांधी वाटिका में जगह नहीं दी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार रामराज्य के साथ ही राजस्थान की गौरवशाली परंपरा और सुनहरे इतिहास के साथ ही महाराणा प्रताप, मीरा बाई तथा पन्नाधाय जैसी महान विभूतियों के जीवन चरित्र से संबंधित प्रतीकों और चित्रों को गांधी वाटिका में शामिल करेगी।
दिलावर ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा गांधी दर्शन म्यूजियम (गांधी वाटिका) का बेहतर संचालन किया जाएगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि गांधी जी के जीवन की पूरी और सही जानकारी आमजन को मिल सके और लोग उसे अपने जीवन में आत्मसात कर गांधी जी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल सकें।