दोस्ती के चंगुल में फंसा कर वसूली और हत्या की

दोस्ती के चंगुल में फंसा कर वसूली और हत्या की

जयपुर के गलतागेट थानाधिकारी और उनकी टीम ने दिल्ली, हरियाणा, यूपी, और उत्तराखण्ड राज्यों में आधिकारिक 11 दिनों की गहन तलाश के बाद अन्तर्राज्यीय गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस गिरोह ने महिला साथी के जरिए धनाढ्य लोगों को अपने जाल में फंसाकर वसूली की और मांग पूरी न होने पर हत्या कर दी.

जयपुर उत्तर के पुलिस उपायुक्त, राशि डोगरा डूडी ने बताया कि इस मामले की तलाश में 28 मई 2024 को पीयुष सांवरिया ने अपने पिता, दिलीप सांवरिया के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.  दिलीप सांवरिया ने 20 मई 2024 को फरीदाबाद जाने का कहकर घर से निकला था और वापस नहीं आया था. जांच के दौरान पता चला कि अंजली सोनी नाम की महिला दिलीप सांवरिया के साथ शारीरिक संबंधों में थी और उसने अपने पति प्रदीप और अन्य गिरोह सदस्यों के साथ मिलकर दिलीप को दिल्ली बुलाया. वहां उनसे फिरौती की मांग की गई, जो पूरी न होने पर दिलीप की हत्या कर दी गई और उनकी लाश को नाले में फेंक दिया गया. गिरोह की कार्यप्रणाली के बारे में बताते हुए, पुलिस ने कहा कि ये लोग महिला साथी का उपयोग कर धनाढ्य लोगों को अपने जाल में फंसाते और उनसे वसूली करते थे.  फिरौती न मिलने पर हत्या कर दी जाती थी और फिर नए शिकार की तलाश में जुट जाते थे. पुलिस ने अंजली सोनी, प्रदीप, संतोष कुमार, और विजय को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त गाड़ी भी जब्त की गई है. इस मामले में पुलिस ने कई राज्यों में जाकर आरोपियों को पकड़ने के लिए अथक प्रयास किए और अंततः कामयाबी हासिल की.