संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को भी बर्बाद, विपक्ष ने सरकार पर जमकर किया हमला

नई दिल्ली में संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को भी हंगामे की भेंट चढ़ गया, जब सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनटों में स्थगित कर दी गई। विपक्षी नेताओं ने अडाणी समूह, मणिपुर और संभल हिंसा, और बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के मुद्दों को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला।
विपक्ष ने अडाणी मामले में सदन में प्रस्ताव लाने की मांग की, जिस पर राज्यसभा के सभापति ने नाराजगी जताते हुए कहा कि विपक्ष मुद्दे से भटक रहा है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। रमेश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, "मोदानी मामले पर संसद का एक और दिन यूं ही समाप्त हो गया। सरकार यह क्यों नहीं समझ रही है कि संसद की कार्यवाही को स्थगित होने से रोकने के लिए कुछ कदम उठाए?"
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर संसद में गतिरोध बढ़ा रही है, जिससे जनता और संसद की कार्यवाही को लेकर चिंता बढ़ रही है। विपक्षी नेताओं का कहना था कि सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है।
इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्षी सांसदों से अपील की कि वे सदन की बैठक को चलने दें, क्योंकि देश की जनता सांसदों और संसद से कामकाजी माहौल की उम्मीद करती है।
लोकसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई और अब अगला सत्र 2 दिसंबर को होगा।