आंगन फाउंडेशन परिवार द्वारा गौशाला में “एक पौधा - गौ-माता के नाम”के अन्तर्गत गौ-माता की पूजा एवं भोज सेवा

आंगन फाउंडेशन परिवार द्वारा गौशाला में “एक पौधा - गौ-माता के नाम”के अन्तर्गत गौ-माता की पूजा एवं भोज सेवा

आंगन फाउंडेशन परिवार द्वारा रविवार 6 अक्टूबर 2024 को पिंजरापोल गोशाला सांगानेर प्रतापनगर में श्री श्री 1008 श्री रामरतनदास जी महाराज जी के सानिध्य में गौशाला में “एक पौधा - गौ-माता के नाम”के अन्तर्गत गौ-माता की पूजा एवं गौ-माता को गुड़, चारा एवं सेंधा नमक, आदि का भोज कार्यक्रम किया गया।


सनातन परंपरा में पूजनीय मानी जाने वाली गाय जिसे हम मां कहकर बुलाते हैं, उसकी पूजा का बहुत महत्व है. मान्यता है कि एक गाय में कई देवी-देवता निवास करते हैं हिंदू धर्म में गाय की पूजा सनातान काल से चली आ रही है. भविष्य पुराण के अनुसार गाय में तीनों लोक के तीन कोटि देवी-देवता निवास करते हैं. भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापरयुग में अपना बहुत समय गाय के साथ बिताया और लोगों को गाय की पूजा और सेवा के लिए प्रेरित किया | 
गाय एक महत्त्वपूर्ण भगवान की प्यारी माता है जो संसार में प्रायः सर्वत्र पाई जाती है। परन्तु इस समय गाय की रक्षा के लिए सबको जागना होगा और भारत को गोहत्या के कलंक से मुक्त करना होगा, तभी भारत पूर्ण तरह से विक्सित् हो सकेगा |
आंगन फाउंडेशन परिवार की मुख्यमंत्री श्री भजनलाल जी शर्मा से अपील है कि गौमाता को पूरे राजस्थान की राजमाता घोषित करे एवम साथ ही आंगन फाउंडेशन परिवार भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी से भी अनुरोध करता है कि गौमाता को पूरे भारत देश की राष्ट्रमाता घोषित करे।


आंगन फाउंडेशन परिवार के अध्यक्ष गोविंद नाटाणी, उपाध्यक्ष केशव पीतलिया एवम अंकित सोंखीया, कोषाध्यक्ष शिवकृष्ण गुप्ता, सचिव विष्णु कुमार मित्तल, सहमंत्री प्रीतम नाटाणी एवं प्रियांशु गुप्ता सहित सौरभ विकास मोहित अंकित शुभम पवन रवि पियूष मनीष नवीन गोपाल विवेक सोनू नीलू  महेंद्र जी सहित पूरी आंगन फाउंडेशन परिवार के साथ सौरभ पटोदिया, अंकेश डंगायच एवं सांगानेर - प्रतापनगर से व्यापारी वर्ग के भी सदस्य भी मौजूद रहे।