किसानों के लंबे संघर्ष के बाद नहरों में हुआ .....
कोटा में किसानों के लंबे संघर्ष और व्यापक एकता के बाद आज चंबल की बाई मुख्य नहर में पानी प्रवाहित किया गया किसान प्रतिनिधियों के उपस्थिति में नहरों के गेट खोले गए इस अवसर पर युवा किसान नेता गिर्राज गौतम ने कहा की नहर का पानी किसानों के लिए अमृत से कम नहीं है क्षेत्र के किसानों ने अपने खेतों में धान की फसल लगा दी है समय पर पर्याप्त बारिश नही होने के कारण किसानों के सामने फसल बचाने का संकट पैदा हो गया था क्योंकि किसानों संसाधन बोरिंग भी हवा फेकने लग गए थे ऐसे में किसान पिछले 3 महीनो से संघर्ष कर रहे थे गौतम ने कहा की ये किसानों के संघर्ष की जीत हे साथ ही उन्होंने सीएडी प्रशासन और सहयोग करने वाले जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया पिछले वर्ष भी जुलाई माह में किसानों को नहरी पानी की आवश्यकता थी तब भी गिर्राज गौतम ने 5दिनों तक अनशन किया साथ ही किसानों ने सीएडी कार्यालय पर पड़ाव डाल दिया था और प्रशासन को नहरों में पानी छोड़ना पड़ा था नहरों में पानी प्रवाहित होने से क्षेत्र में लगभग 1लाख 50 हजार हेक्टेयर भूमि में लगी धान की फसल का फायदा होगा साथ ही लगभग 3 हजार करोड़ का आर्थिक चक्र घूमेगा सभी किसान प्रतिनिधियों में क्षेत्र के सभी किसानों आभार व्यक्त किया इस मौके पर किसान नेता सूरजमल नागर, भंवर लाल चौधरी, पुष्पचंद गुर्जर, हरजिंदर सिंह, शुभम सैनी उपस्थित रहे।