सियासत में गरमा-गर्मी, गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर भाजपा का तीखा पलटवार
एक दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के कोटा में दिए गए बयान पर सियासत तेज हो गई है. डोटासरा ने कोटा के आईजी रवि दत्त गौड़ को खुली चेतावनी दी थी, जिस पर भाजपा अब आक्रामक हो गई है. भाजपा नेता मुकेश पारीक ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीसीसी चीफ डोटासरा नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाए जाने पर अवसाद में हैं और हतोत्साहित होकर अनर्गल बयान दे रहे हैं.
पारीक ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं की मनोदशा को उनके अमर्यादित बयान ही दर्शाने के लिए काफी हैं. पारीक ने कहा कि एक प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी नेताओं द्वारा प्रदेश सरकार और भाजपा नेताओं के खिलाफ जिस प्रकार की स्तरहीन भाषा का उपयोग किया गया, वह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा की बयानबाजी से प्रतीत होता है कि वे नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाए जाने से अवसाद में हैं। इसी अवसाद के चलते वे अनर्गल बयान देकर अपने हतोत्साह को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। पारीक ने स्पष्ट किया कि डोटासरा के इस आचरण को प्रदेश की जनता और भाजपा स्वीकार नहीं करेगी। अगर वे इस तरह के आचरण को दोहराते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी सम्मत कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि डोटासरा ने कोटा में कहा था कि कोटा के आईजी रवि दत्त गौड़ ने चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया था। उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन ने पूरी तरह से चुनाव में बीजेपी का साथ दिया। डोटासरा ने आईजी गौड़ को चेतावनी देते हुए कहा, "मिस्टर रवि दत्त गौड़ साहब, आप अपनी आदत से बाज आ जाइए, वरना आपकी नौकरी में झोल पड़ जाएगा। इसके बाद सीएम भजनलाल और ओम बिरला भी नहीं बचा पाएंगे.
अगर कांग्रेस कार्यकर्ता आपके पीछे पड़ गए, तो नौकरी करना मुश्किल हो जाएगा।" डोटासरा ने आगे कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता तुम्हारे पीछे पड़ जाएंगे और सारे कारनामे सामने ला देंगे. इस बयान के बाद सियासी माहौल गरम हो गया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच इस बयानबाजी ने राजनीतिक पारा चढ़ा दिया है। भाजपा नेता पारीक की प्रतिक्रिया से यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी सियासी हलचल देखने को मिल सकती है। दोनों दलों के नेता अपने-अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए जोर-शोर से बयानबाजी कर रहे हैं।