विधायक गोपाल शर्मा ने मिर्जा इस्माइल पर लगाए गंभीर आरोप, बताया देशद्रोही

विधायक गोपाल शर्मा ने मिर्जा इस्माइल को लेकर तीखे आरोप लगाए हैं। उन्होंने मिर्जा इस्माइल को देशद्रोही करार देते हुए कहा कि वे जनता के विरोधी और एक धर्म विशेष के समर्थक थे। गोपाल शर्मा ने कहा कि मिर्जा इस्माइल को उनके कार्यकाल के दौरान जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था, और यही कारण था कि उन्हें पहले मैसूर से और बाद में जयपुर से भी हटना पड़ा।
गोपाल शर्मा ने दावा किया कि मिर्जा इस्माइल ने स्वतंत्रता आंदोलन की गतिविधियों को रोकने का प्रयास किया था और लोगों के बीच विभाजन की राजनीति को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा, "मिर्जा इस्माइल ने हमेशा गुलामी की मानसिकता को बढ़ावा दिया और देशहित के खिलाफ काम किया। वे एक कलंकित व्यक्ति थे, जिन्होंने जनता के हितों के खिलाफ कदम उठाए।"
जयपुर में विरोध का इतिहास
शर्मा ने कहा कि जयपुर में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान मिर्जा इस्माइल ने कई गतिविधियों को दबाने का प्रयास किया। उनके अनुसार, जनता के विरोध के कारण ही मिर्जा इस्माइल को जयपुर छोड़कर हैदराबाद जाना पड़ा। "जनता ने कभी भी मिर्जा इस्माइल को स्वीकार नहीं किया। उनके कार्यकाल में लोगों को बांटने का काम किया गया," शर्मा ने कहा।
मिर्जा इस्माइल रोड का नाम बदलने की मांग
गोपाल शर्मा ने मिर्जा इस्माइल रोड का नाम बदलने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा, "यह समय है कि हम गुलामी की मानसिकता से बाहर आएं। मिर्जा इस्माइल जैसे विवादित व्यक्तियों के नाम पर सड़कों का नाम नहीं होना चाहिए। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि इस सड़क का नाम बदलकर ‘गोविंद देव मार्ग’ रखा जाए, जिससे हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को सम्मान मिले।"
शर्मा की इस मांग के बाद शहर में एक नई बहस छिड़ गई है। मिर्जा इस्माइल के समर्थकों और विरोधियों के बीच तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। अब देखना यह है कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है।