राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह: बच्चों ने पोस्टर पेंटिंग से दिया जागरूकता का संदेश!

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह: बच्चों ने पोस्टर पेंटिंग से दिया जागरूकता का संदेश!

जयपुर, राजस्थान: राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह (1 जनवरी से 31 जनवरी 2025) के अंतर्गत सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान का आयोजन प्रादेशिक परिवहन अधिकार (आरटीओ) कार्यालय और दिव्यांशी जन सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अभियान के तहत सोमवार, 21 जनवरी 2025 को सेंट असलम पिंकी सीट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जयपुर में एक पोस्टर और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सड़क सुरक्षा के महत्व को रचनात्मक ढंग से चित्रित किया।  

कार्यक्रम की मुख्य बातें :

1. प्रतियोगिता का उद्देश्य:
   प्रतियोगिता का उद्देश्य सड़क सुरक्षा के प्रति बच्चों और समाज को जागरूक करना था। इस अवसर पर बच्चों ने अपने पोस्टर और पेंटिंग के माध्यम से सड़क सुरक्षा के महत्व और यातायात नियमों के पालन का संदेश दिया।  

2. प्रतियोगिता की तैयारी:
   सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कलर, पेंसिल, शार्पनर और ड्रॉइंग शीट उपलब्ध करवाई गई। बच्चों ने अपनी कल्पनाशक्ति और रचनात्मकता का उपयोग करते हुए सड़क सुरक्षा पर सुंदर और प्रेरणादायक पोस्टर बनाए।  

3. विशेष अतिथियों का मार्गदर्शन:
   इंस्पेक्टर नवल किशोर मीणा ने बच्चों को सड़क सुरक्षा के नियमों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट का उपयोग करने और तेज गति से गाड़ी न चलाने जैसे नियमों का महत्व समझाया।  
   स्कूल कोऑर्डिनेटर अल्का मैम ने बच्चों को सड़क पर पैदल चलने और ट्रैफिक सिग्नल का पालन करने से जुड़े नियमों के बारे में जागरूक किया।  

4. सम्मान और पुरस्कार वितरण:
   कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण के दौरान स्कूल के रेफरेंस फादर पॉल पुलिकल और दिव्यांशी जन सेवा संस्थान की संस्थापिका हिना वाधवानी मौजूद रहीं। उन्होंने बच्चों की रचनात्मकता की सराहना की और ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर जोर दिया।  

5. समाज के प्रति बच्चों का योगदान:
   बच्चों ने पोस्टर पेंटिंग के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरणादायक संदेश दिया। उनके संदेशों में "सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा," "हेलमेट पहनो, जीवन बचाओ," और "गति पर नियंत्रण, जीवन का संरक्षण" जैसे विचार शामिल थे।  

कार्यक्रम में शामिल महत्वपूर्ण व्यक्तित्व:
- हिना वाधवानी (संस्था की संस्थापिका)  
- प्रियांशु वाधवानी  
- इंस्पेक्टर नवल किशोर मीणा  
- स्कूल कोऑर्डिनेटर अल्का मैम  
- स्कूल के रेफरेंस फादर पॉल पुलिकल  

यह प्रतियोगिता न केवल बच्चों के लिए रचनात्मक अभिव्यक्ति का माध्यम बनी, बल्कि उन्होंने समाज को सड़क सुरक्षा का महत्व भी समझाया। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल बच्चों को जागरूक किया जा सकता है, बल्कि पूरे समाज को यातायात नियमों का पालन करने और दुर्घटनाओं को रोकने के प्रति प्रेरित किया जा सकता है।  

पवन कुमार शर्मा,
वरिष्ठ पत्रकार।