रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगी

रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगी

पतंजलि आयुर्वेद के 'भ्रामक विज्ञापन' मामले में सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई ने महत्वपूर्ण मोड़ लिया है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने पतंजलि और उनके मूल MD आचार्य बालकृष्ण को फटकार लगाई थी क्योंकि उन्होंने नोटिस का जवाब दाखिल नहीं किया था. इसके बाद कंपनी ने कोर्ट के समक्ष अपनी गलती स्वीकार की और भ्रामक विज्ञापन ना दिखाने की बात भी कही. इस सुनवाई में सीनियर एडवोकेट बलबीर सिंह बाबा रामदेव की ओर से दलीलें रख रहे है . पिछले साल कोर्ट ने भ्रामक विज्ञापनों के जारी न करने का निर्देश दिया था, लेकिन कंपनी ने उसे नजरअंदाज किया. इससे यह साबित होता है कि कंपनी को कोर्ट के आदेशों की अवमानना की है. फिलहाल इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की फैसले की प्रतीक्षा की जा रही है, और यह फैसला नहीं सिर्फ पतंजलि आयुर्वेद के लिए बल्कि भारतीय विज्ञापन उद्योग के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है.