Lok Sabha में पेश होगा वक्फ संशोधन बिल, सियासी घमासान तेज!

Lok Sabha में पेश होगा वक्फ संशोधन बिल, सियासी घमासान तेज!

आज देश की संसद में बड़ा सियासी मुकाबला देखने को मिलेगा। मोदी सरकार लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश करने जा रही है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू बुधवार दोपहर 12 बजे यह बिल सदन में रखेंगे। इस पर आठ घंटे की लंबी बहस तय की गई है, जिसे जरूरत पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है।

सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष – बढ़ी हलचल!

सत्ताधारी बीजेपी इस बिल को वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए जरूरी बता रही है, जबकि विपक्षी दल और मुस्लिम संगठन इसे समुदाय के अधिकारों को सीमित करने की साजिश करार दे रहे हैं।

सभी सांसदों को व्हिप जारी!
बिल को लेकर सरकार और विपक्ष दोनों ने अपने सांसदों को सदन में मौजूद रहने के निर्देश दे दिए हैं। इससे साफ है कि संसद में इस मुद्दे पर बड़ा टकराव देखने को मिल सकता है।

क्या है वक्फ बोर्ड और कहां-कहां है इसका अस्तित्व?

वक्फ संपत्तियों का मामला सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। इस्लामिक देशों में सऊदी अरब, कतर, इराक और UAE में वक्फ के लिए अलग मंत्रालय होता है, जिसे ‘मिनिस्ट्री ऑफ वक्फ’ कहा जाता है।

  • तुर्की में इसे ‘फाउंडेशन डायरेक्टरेट’ के नाम से जाना जाता है।

  • मिस्र में इसे ‘Ministry of Endowments’ मैनेज करता है।

  • इंडोनेशिया में वक्फ संपत्तियों को ‘बदन वकाफ़ इंडोनेशिया (BWI)’ के तहत संचालित किया जाता है।

  • पाकिस्तान में वक्फ संपत्तियां इस्लामाबाद और प्रांतीय सरकारों के अधीन हैं।

  • बांग्लादेश में ये धार्मिक मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आती हैं।

क्या पास होगा बिल या बढ़ेगा विवाद?

अब सवाल यह है कि लोकसभा में यह बिल आसानी से पास हो पाएगा या हंगामे का सामना करेगा? क्या यह मुस्लिम समुदाय की चिंताओं को और बढ़ाएगा या इसमें कुछ बदलाव किए जाएंगे?