अमित शाह का राज्यसभा में बड़ा बयान: धर्म आधारित आरक्षण संविधान विरोधी

अमित शाह का राज्यसभा में बड़ा बयान: धर्म आधारित आरक्षण संविधान विरोधी

राज्यसभा में आज गृहमंत्री अमित शाह का जोरदार भाषण हुआ। संविधान पर चर्चा के दौरान उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला किया।

धर्म के आधार पर आरक्षण को लेकर अमित शाह का बयान

गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण की 50% सीमा बढ़ाकर मुसलमानों को आरक्षण देने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दो टूक कहा,
"दोनों सदनों में जब तक बीजेपी का एक भी सदस्य है, धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होने देंगे। यह संविधान के खिलाफ है।"

अमित शाह ने इसे संविधान की भावना और बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के विपरीत बताया। उनका कहना था कि धर्म के आधार पर आरक्षण देना देश के हित में नहीं है।

राहुल गांधी पर तीखा तंज

गृहमंत्री ने राहुल गांधी के 'मोहब्बत की दुकान' वाले बयान पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा,
"मोहब्बत दुकान से बेचने की चीज नहीं है, भइया। मोहब्बत दिल में बसाने का जज्बा और दूसरों को महसूस कराने का लम्हा है। अगर इतना समझ जाएंगे तो कोई तकलीफ नहीं होगी।"

राज्यसभा में माहौल गर्माया

अमित शाह के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ा विरोध जताया। वहीं, बीजेपी सांसदों ने जोरदार समर्थन किया। चर्चा के दौरान सदन में कई बार माहौल गरमाया, लेकिन अमित शाह ने अपनी बात को मजबूती से रखा।

सारांश

गृहमंत्री के बयान ने धर्म आधारित आरक्षण और कांग्रेस की नीति पर नई बहस छेड़ दी है। बीजेपी ने जहां इसे संविधान की रक्षा का कदम बताया, वहीं विपक्ष ने इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों की अनदेखी कहा।