महाराष्ट्र में देशी गाय को 'राज्यमाता' का दर्जा, विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर

महाराष्ट्र में देशी गाय को 'राज्यमाता' का दर्जा, विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए देशी गाय को 'राज्यमाता गोमाता' का दर्जा देने की घोषणा की है. यह फैसला कैबिनेट बैठक में लिया गया, और इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. सरकार ने यह कदम भारतीय संस्कृति में देशी गाय के महत्व को ध्यान में रखते हुए उठाया है।

नोटिफिकेशन में कहा गया है कि वैदिक काल से देशी गाय का दूध मानव आहार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, साथ ही आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति और जैविक कृषि प्रणालियों में इसके गोबर और गोमूत्र का भी अहम स्थान है. कैबिनेट की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि देशी गायों के लिए 50 रुपए प्रतिदिन की सब्सिडी योजना लागू की जाएगी। सरकार ने बताया कि गौशालाएं अपनी कम आय के कारण इस खर्च को नहीं उठा पा रही थीं, इसलिए यह निर्णय लिया गया है. दूसरी ओर, महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है और चुनाव प्रक्रिया इससे पहले पूरी कर ली जाएगी.

चुनाव की तारीखों का ऐलान अगले महीने होने की संभावना है. राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एस एस संधू ने महाराष्ट्र के दौरे के दौरान विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर, सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. सभी राजनीतिक दलों, जिनमें शिवसेना, शिवसेना UBT, मनसे, बसपा और आप शामिल हैं, ने दिवाली, देव दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तारीखों का ऐलान करने की मांग की है.