राजस्थान में शारीरिक शिक्षा का महाकुंभ: शारीरिक शिक्षा और खेलकूद के उन्नयन की दिशा में पहल!

जयपुर, राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ का प्रांतीय अधिवेशन 17 से 18 जनवरी को जयपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हरमाड़ा में आयोजित होगा। इस आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष करणफुल मीणा ने बताया कि प्रांतीय अधिवेशन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए हाल ही में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष यतीश चंद्र शर्मा करेंगे। आयोजन समिति का नेतृत्व करने के लिए किशन पलसानिया को संयोजक बनाया गया है, जबकि राजेंद्र ढाका और अनिल सिंह को सह संयोजक नियुक्त किया गया है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रदेशभर से आए शारीरिक शिक्षकों को एक मंच पर लाना है, जहां शारीरिक शिक्षा और खेलकूद के उन्नयन पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
आयोजन की रूपरेखा
जयपुर शहर के जिला अध्यक्ष डॉ. मोहन चौधरी और जयपुर ग्रामीण के जिला अध्यक्ष धीरज दायमा सहित अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। कमल किशोर पारीक, मामराज शर्मा और अरविंद गुर्जर जैसे वरिष्ठ सदस्य भी आयोजन में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। अधिवेशन में प्रदेशभर के शारीरिक शिक्षक भाग लेंगे और उनके विचारों का आदान-प्रदान होगा।
मुख्य मुद्दे
कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षा से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें शिक्षा के क्षेत्र में खेलकूद की भूमिका, शारीरिक शिक्षकों की समस्याएं, उनके अधिकार और उन्नति के लिए कदम शामिल हैं। शारीरिक शिक्षा को मुख्यधारा में शामिल करने और इसे स्कूली शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए सामूहिक रूप से विचार-विमर्श होगा।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष करणफुल मीणा ने बताया कि उन्होंने दौसा जिले से पूरणमल मीणा, सूरज गुर्जर और जितेंद्र सैनी जैसे प्रमुख शिक्षकों से विचार-विमर्श किया है। इसी प्रकार करौली जिले से भूपाल सिंह मीणा और योगेंद्र सिंह राजावत के साथ चर्चा की गई।
व्यापक भागीदारी की अपील
सवाई माधोपुर, गंगापुर और अन्य जिलों के ब्लॉक कार्यकारिणियों के पदाधिकारियों को भी अधिवेशन में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख पदाधिकारी केशव चंद्र मीणा, पप्पू लाल मीणा, अवसार अहमद, विजेंद्र जाट, भागचंद सैनी, मोहनलाल शर्मा, अनीश मोहम्मद, बालकिशन महावर, कमलेश गुर्जर, मीठालाल मीणा, कमलेश माली, संतोष कुमार शर्मा, घनश्याम लाल गुप्ता और अन्य वरिष्ठ शिक्षक अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं।
शारीरिक शिक्षा का महत्व
शारीरिक शिक्षा न केवल छात्रों के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मानसिक और भावनात्मक विकास में भी सहायक है। अधिवेशन में इस बात पर विशेष जोर दिया जाएगा कि शारीरिक शिक्षा को प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की शिक्षा में अधिक महत्व दिया जाए।
प्रचार-प्रसार और सहभागिता
संघ के पदाधिकारियों ने अपील की है कि अधिक से अधिक शिक्षक इस कार्यक्रम में भाग लें और अपने सुझाव प्रस्तुत करें। प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया, स्थानीय समाचार पत्र और व्यक्तिगत संपर्कों का उपयोग किया जा रहा है। प्रत्येक जिले से कम से कम 50 शारीरिक शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है।
भविष्य की रणनीति
इस अधिवेशन के माध्यम से शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग को शारीरिक शिक्षकों की समस्याओं से अवगत कराने का प्रयास करेगा। साथ ही, खेलकूद के क्षेत्र में नीतिगत बदलाव और नए अवसरों के लिए प्रस्ताव भी तैयार किए जाएंगे।
कार्यक्रम का समापन 18 जनवरी को एक सांस्कृतिक आयोजन और पुरस्कार वितरण समारोह के साथ होगा। उम्मीद की जा रही है कि यह अधिवेशन प्रदेश के शारीरिक शिक्षकों के लिए नए अवसर और दिशा प्रदान करेगा।
पवन कुमार शर्मा,
वरिष्ठ पत्रकार।