Lok Sabha में गरमाई सियासत, अखिलेश और शाह के बीच तीखी नोकझोंक

Lok Sabha में गरमाई सियासत, अखिलेश और शाह के बीच तीखी नोकझोंक

लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और गृह मंत्री अमित शाह के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। अखिलेश यादव ने भाजपा अध्यक्ष के चुनाव में हो रही देरी पर तंज कसते हुए कहा कि जिस पार्टी को खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बताने का दावा है, वह यह तय नहीं कर पा रही कि उसका अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा।

अखिलेश यादव ने कहा –
"भाजपा में मुकाबला चल रहा है कि कौन बड़ा है। जो पार्टी यह कहती हो कि वह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, वह यह तय नहीं कर पा रही कि पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा।"


अखिलेश के इस बयान पर गृह मंत्री अमित शाह अपनी सीट से उठे और हंसते हुए जवाब दिया –
"सामने जितनी पार्टियां हैं, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष सिर्फ 5 लोगों को चुनना है, परिवार को। हमारे यहां करोड़ों लोग हैं, तो समय तो लगेगा ही।"

अमित शाह ने आगे कहा कि अखिलेश यादव को अध्यक्ष बनने में कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि उनकी पार्टी में चुनावी प्रक्रिया में कोई देरी नहीं होती।


अखिलेश ने इस पर जवाब देते हुए कहा –
"अभी जो यात्रा हुई है नागपुर की और गुपचुप जो सोशल मीडिया पर चल रही है, वह 75 साल के एक्सटेंशन की यात्रा तो नहीं है?"

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में नागपुर गए थे, और अखिलेश यादव का इशारा इसी दौरे को लेकर था।

तो क्या भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी में मंथन जारी है? और क्या अखिलेश यादव का तंज विपक्ष के चुनावी एजेंडे का हिस्सा बन सकता है?