टोंक के समरावता गांव में हिंसा- नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद बिगड़े हालात
13 नवंबर की रात टोंक जिले के समरावता गांव में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। नरेश मीणा के विवादास्पद थप्पड़कांड के चलते उनकी गिरफ्तारी हुई, जिसके बाद रात में हिंसा भड़क उठी। इस घटना ने गांव के माहौल को अशांत कर दिया है।
प्रशासन ने हिंसा के लिए बाहरी तत्वों को दोषी ठहराया है, लेकिन स्थानीय लोग पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट हैं और उसका विरोध कर रहे हैं। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक लड़की बीजेपी नेता विजय बैंसला के गले लगकर रोते हुए कहती है कि उसे और गांव के अन्य लोगों को धमकी दी जा रही है।
पूजा की अपील और बैंसला का समर्थन
विजय बैंसला, जो गांव की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे थे, ने वहां मौजूद लोगों से बातचीत की। इसी दौरान पूजा नामक एक लड़की रोते हुए उनके पास आई और अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा, "हमें धमकी मिल रही है कि सबको उठा लिया जाएगा।" पूजा ने अपनी बात रखते हुए बताया कि उनकी तहसील देवली है, जो गांव से बहुत दूर है, और उनकी मांग है कि तहसील उनियारा में ही रहे।
बैंसला ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा, “अब मैं आ गया हूं, सब ठीक कर दूंगा।” गौरतलब है कि विजय बैंसला ने हाल ही में इस क्षेत्र के उपचुनाव में हिस्सा लेने के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राजेंद्र गुर्जर को प्राथमिकता दी। इसके बावजूद, बैंसला अब सक्रिय होकर गांव वालों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझने और प्रशासन से चर्चा करने में जुटे हैं।
राजनीतिक पार्टियों पर सवाल
घटना के बाद, सोशल मीडिया पर लोग राजनीतिक पार्टियों की निष्क्रियता पर भी जमकर सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीणों की नाराजगी स्पष्ट है कि चुनाव में खड़े उम्मीदवार और राजनीतिक दल उनके समर्थन में खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं।