किसान 23 फरवरी को करेंगे दिल्ली कूच
किसान आंदोलन को लगातार आज दसवां दिन है. लेकिन ना किसान हार मानने को तैयार है और नाही सरकार. अब किसानों ने अपनी मांगे मनवाने के लिए 23 फरवरी को दिल्ली कूच करने का फैसला ले लिया है. किसान पुरी तरह से दिल्ली कूच की तैयारी करने में जुट गए हैं. इसके साथ ही किसानों को कई अन्य किसान संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है . आपको बता दे कि पंजाब और हरियाणा के किसान भी सरकार के साथ वार्ता विफल होने के बाद अपना विरोध दर्ज कराने के लिए दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं. राजधानी दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
किसानों को मनाने के लिए को नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, डीएम और अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बैठक की . बैठक करीब दो से ढाई घंटे चली, लेकिन कोई हल नहीं निकला. पंजाब और हरियाणा के किसानों का बड़ा जमावड़ा हरियाणा की सीमाओं पर तैनात है. फसलों की MSP पर गारंटी के लिए पंजाब और हरियाणा के किसान 13 फरवरी से आंदोलन कर रहे हैं. जाना उन्हें दिल्ली था, लेकिन पुलिस ने बॉर्डर पर ही किसानों को रोक दिया. पुलिस ने बॉर्डर पर सीमेंट के बैरियर और कंटीले तार लगा दिए किसानों को रोकने के लिए. इसके बाद ड्रोन से आंसू गैस के गोले गिराए. लेकिन इसके बाद भी पुलिस किसानों को रोकने में विफल हो गई. किसान पटियाला के शंभू बॉर्डर और हरियाणा में हिसार-संगरूर के बीच खनौरी बॉर्डर पर ट्रैक्टर-ट्राली लेकर डटे हुए हैं.
सरकार के साथ कई बैठको के बाद भी इस आंदोलन को खत्म करने का कोई हल नहीं मिल पा रहा है. अब आखीर में किसानों का फैसला है कि वो अब दिल्ली कुच करेंगे. इसके लिए किसानों ने पुरी तैयारी कर रखी है.