जयपुर टाइगर फेस्टिवल- पुरस्कार पाकर खिले प्रतिभागियों के चेहरे

जयपुर टाइगर फेस्टिवल- पुरस्कार पाकर खिले प्रतिभागियों के चेहरे

जयपुर टाइगर फेस्टिवल की टाइगर फोटो एग्जीबिशन की अवॉर्ड सेरेमनी मंगलवार को जेएलएन मार्ग स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित हुई। इस महत्वपूर्ण समारोह में बेहतरीन फोटोग्राफर्स को उनकी अद्वितीय तस्वीरों और बाघ संरक्षण क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करने वाली हस्तियों को सम्मानित किया गया।

इंटरनेशनल टाइगर डे के उपलक्ष्य में राजस्थान हेरिटेज, आर्ट एंड कल्चरल फाउंडेशन ने जवाहर कला केन्द्र में छठे जयपुर टाइगर फेस्टिवल (जेटीएफ) का आयोजन 27 से 30 जुलाई को किया था। अवॉर्ड सेरेमनी में मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने भाग लिया। पूर्व आईएएस पवन अरोड़ा और हेल्प इन सफरिंग की ट्रस्टी टिम्मी कुमार, जेटीएफ प्रेसिडेंट संजय खवाड़, फाउंडर पेट्रन धीरेन्द्र के. गोधा, सचिव आनंद अग्रवाल भी मौजूद रहे।

इस समारोह में विभिन्न नकद पुरस्कारों से सम्मानित किए गए। प्रथम स्थान पर नारायण मालू को 51 हजार रुपये, द्वितीय स्थान पर मैनाक राय को 31 हजार रुपये और तृतीय स्थान पर मुजफ्फर शेख और गौरव दाधीच को 21 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। साथ ही, 13 लोगों को कॉन्सोलेशन या मोटिवेशनल प्राइज के तहत 5100 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया।

उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से बाघ संरक्षण की महत्वपूर्णता पर बात की और बाघों के संरक्षण के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की सराहना की।

अंतर्राष्ट्रीय जूरी द्वारा चुनी गई फोटोग्राफ्स की प्रदर्शनी में सबसे बेहतर तस्वीरों का चयन किया गया और इसमें प्रसिद्ध वाइल्डलाइफ फिल्म मेकर शामिल रहे।

इस महोत्सव में हजारों बच्चों ने बाघों की दुनिया को नजदीक से देखा और उनके प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया। इसके साथ ही, वीआर शो, लाइव टाइगर पेंटिंग, टाइगर स्टोरी, मूवी स्क्रीनिंग और पोस्टल स्टाम्प एग्जीबिशन जैसी गतिविधियों का भी आयोजन किया गया।

जेटीएफ के फाउंडर पेट्रन धीरेन्द्र के. गोधा ने इस महोत्सव के महत्व को बताया और बाघ संरक्षण के लिए स्कूली बच्चों में जागरूकता लाने का उद्देश्य बताया।

इस समारोह में वन्य जीव संरक्षकों को भी सम्मानित किया गया और उन्हें प्रशस्ति पत्र दिया गया।